सीएम ने जताया शोक पीड़ित परिवारों को ₹4 लाख की सहायता राशि
लखनऊ। प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। तेज आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली गिरने से बृहस्पतिवार को 22 लोगों की मौत हो गई, जबकि 45 पशुओं की जान गई और 15 मकानों को क्षति पहुंची है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस त्रासदी पर गहरा शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों को अनुमन्य ₹4-4 लाख की राहत राशि तत्काल वितरित करने के निर्देश दिए हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताविक फतेहपुर और आजमगढ़ में 3- 3, फिरोजाबाद, कानपुर देहात व सीतापुर में 2-2, व गाजीपुर, गोंडा, अमेठी, संतकवीरनगर, सिद्धार्थनगर, वलिया, कन्नौज, बाराबंकी, जौनपुर और उन्नाव में 1-1 मौत हुई है। मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित उपचार और पशुहानि व मकान क्षति पर अनुमन्य सहायता तुरंत उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। मौसम की इस मार से गेहूं और आम की फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। तेज हवाओं के साथ आई वारिश ने खेतों को जलमग्न कर दिया है, जिससे तैयार खड़ी गेहूं की फसल को काफी क्ष पहुंची है। आम की फसल को भी आंशिक नुकसान हुआ है।
सीतापुर में बिजली गिरने से गन्ना काट रहे किसान की मौत हो गई। इसी जिले में दीवार गिरने से एक महिला की जान चली गई। अमेठी में खेत में काम कर रही महिला वज्रपात की चपेट में आ गई। गोंडा और फतेहपुर में वज्रपात की घटनाओं में तीन वालकों की मौत हुई है। महिला समेत पांच अन्य झुलस गए हैं। इसके अलावा यहां 2 मवेशी भी मरे हैं। कानपुर देहात में दो किसानों की जान चली गई। कन्नौज में तेज आंधी के दौरान टिनशेड को थामने का प्रयास कर रहे एक 60 वर्षीय किसान की मौत हो गई जव टिनशेड उसके ऊपर गिर गया।
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पूर्वाचल के आजमगढ़, गाजीपुर और जौनपुर में भी वज्रपात और आंधी का प्रभाव देखने को मिला है। आजमगढ़ में तीन, गाजीपुर में एक और जौनपुर में पेड़ गिरने से एक महिला की मौत हो गई। दर्जनों लोग घायल हुए है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 से 48 घंटे तक प्रदेश में 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवा चलेंगी और गरज-चमक के साथ वारिश की संभावना बनी हुई है। यह स्थिति 12 अप्रैल तक वनी रह सकती है, जबकि 13 अप्रैल को पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी वारिश की चेतावनी जारी की गई है।
24 घंटे में दें क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा-योगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वुधवार देर रात से प्रदेश में खराव मौसम, तेज हवा और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए सर्वे कराने के निर्देश दिये है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों, एसडीएम और तहसीलदारों को मौके पर जाकर तत्काल सर्वे कराकर संबंधित विभाग को डिटेल उपलब्ध कराने के लिए आदेश दिया है ताकि 24 घंटे में अन्नदाताओं के खातों में क्षतिपूर्ति की धनराशि भेजी जा सके। अगर किसी अधिकारी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लखीमपुर खीरी में वुधवार शाम को तहसील गोला के ग्राम खजुहा, परगना कुकरा में अचानक भीषण आग से कई वीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। जिलाधिकारी दर्गा शक्ति नागपाल नकसान का जायजा लेने प्रभावित क्षेत्र में पहुंची। उन्होंने कुछ ही घंटों मैं आगजनी से प्रभावित किसानों को बड़ी राहत देते हुए लखीमपुर सदर, मितौली और गोला तहसील के किसानों को अनुमन्य धनराशि के चेक प्रदान किए।
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